किसी घाटी या बेसिन का वह निम्नतम तल जिसके नीचे अपरदन नहीं होता है। इसका ढाल इतना मन्द होता है कि इस पर जल प्रवाह होता है किन्तु वह अपरदन करने में समर्थ नहीं होता है। आधारतल की परिच्छेदिका नतोदर, स्थल अत्यंत नीचा और सागर तल के निकट होता है। आधार तल (निम्नतम तल) के प्राप्त हो जाने पर नदी प्रवणित (graded) हो जाती है। यह अवस्था अपरदन चक्र के अंतिम अवस्था की द्योतक होती है और तब तक बनी रहती है जब तक कि स्थल के उत्थान अथवा सागर के निमज्जन के कारण नदी को पुनर्युवन (rejuvenation) नहीं प्राप्त हो जाता है।
अन्य स्रोतों से
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
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