आहार श्रृंखला (Food chain)

Submitted by Hindi on Wed, 09/08/2010 - 11:37

किसी भी प्राकृतिक समुदाय में पाया जाने वाला जीवधारियों का क्रम जिसके माध्यम से ऊर्जा का स्थानान्तरण होता है। पौधों से शुरू होने वाले इस क्रम में प्रत्येक जीव अपने से पहले जीव पर भोजन या ऊर्जा के लिए निर्भर होता है।

एक जीव से दूसरे जीव में आहार ऊर्जा के स्थानान्तरण की श्रृंखला। वह बिन्दु या स्तर जिस पर एक जीव से दूसरे जीव में ऊर्जा का स्नांतरण होता है, पोषण स्तर (trophic level) कहलाता है। किसी-किसी पारिस्थिक तंत्र या जीवमंडल में आहार (ऊर्जा) का एक पोषण स्तर से दूसरे पोषण स्तर में स्थानांतरण अति जटिल श्रृंखलाओं के माध्यम से होता है। इस जटिल आहार श्रृंखला को आहारजाल भी कहा जाता है। आहार श्रृंखला विभिन्न क्रमिक पोषण स्तरों की संयुक्त श्रृंखला होती है।

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आहार श्रृंखला में प्रथम पोषण स्तर (आधार स्तर) स्वपोषित जीवों का होता है जिसके अंतर्गत हरे पौधे आते हैं जो प्रकाश संश्लेषण विधि से अपना भोजन स्वयं तैयार करते हैं। द्वितीय पोषण स्तर के अंतर्गत वे शाकाहारी प्राणी सम्मिलित किये जाते हैं जो अपना भोजन प्रथम पोषण स्तर के पौधों से प्राप्त करते हैं। तृतीय पोषण स्तर के अंतर्गत मांसाहारी पशुओं को सम्मिलित किया जाता है जो द्वितीय पोषण स्तर के प्राणियों से मांस के रूप में भोजन प्राप्त करते हैं। चतुर्थ पोषण स्तर के अंतर्गत मनुष्य आता है जो प्रथम तीन पोषण स्तरों से भोजन तथा ऊर्जा प्राप्त करता है। मनुष्य शाकाहारी और मांसाहारी दोनों होता है अतः इसे सर्वाहारी (omnivore) भी कहा जाता है।

 

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