उच्च अक्षांशों की महाद्वीपीय पवनों तथा ध्रुवीय सागरीय पवनों के मिलने से इस वाताग्र प्रदेश का उद्भव होता है। दोनों ओर से आने वाली वायु राशियों के तापमान में अधिक अंतर नहीं होता है जिसके कारण यह वाताग्र प्रायः कमजोर और कम सक्रिय होता है। इस प्रकार के वाताग्र का विस्तार यूरेशिया और कनाडा के उत्तरी भाग पाया जाता है।
अन्य स्रोतों से
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
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