एक प्रकार का शंकव प्रक्षेप, जिस पर अक्षांश रेखाएं, संकेन्द्रीय वृत्त (concentric circle) नहीं होती बल्कि प्रत्येक अलग-अलग अर्धव्यास पर खींची जाती है। केंद्रीय याम्योत्तर सीधी रेखा होती है, और शुद्धरूप में विभाजित होती है। इस पर पैमाना शुद्ध होता है। अन्य याम्योत्तर रेखाएं वक्र होती हैं। प्रत्येक अक्षांश रेखा पर पैमाना शुद्ध होता है, परंतु केंद्रीय याम्योत्तर से दूर याम्योत्तरों (meridians) पर वह विकृत हो जाता है।
अन्य स्रोतों से
बाहरी कड़ियाँ
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विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
हिन्दी में -
शब्द रोमन में
संदर्भ
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