ऋतु या मौसम (Season)

Submitted by Hindi on Sat, 04/23/2011 - 13:50
वर्ष की वह अवधि जिसमें क्रांतिवृत्तीय तल के साथ पृथ्वी के अक्षीय झुकाव तथा पृथ्वी की वार्षिक गति (सूर्य के चारों ओर परिक्रमण) के कारण विशिष्ट जलवायु दशायें पायी जाती हैं। खगोलीय रूप से एक वर्ष के चार विभाग होते हैं जो चार ऋतुओं के प्रतीक हैं। ये विभाग संक्रांति (अयनांत) और विषुव के मध्य की अवधि के अनुसार होते हैं। शीतोष्ण कटिबंध (मध्य अक्षांशों) में ऋतुएं पौधों के जीवन-चक्र से सम्बद्ध होती हैं। यहाँ चार ऋतुएं होती हैं : 1. बसंत ऋतु (फसल उगाने का मौसम), 2. ग्रीष्म ऋतु (फसल बढ़ने तथा पकने का मौसम), 3. पतझड़ (फसल काटने का मौसम), और 4. शीतऋतु (फसल रहित या शांत मौसम)। उत्तरी गोलार्द्ध में दिसम्बर से फरवरी तक शीतऋतु, मार्च से मई तक बसंत ऋतु, जून से अगस्त तक ग्रीष्म ऋतु और सितम्बर से नवम्बर तक पतझड़ ऋतु होती है। दक्षिणी गोलार्द्ध में इसके विपरीत ऋतुएं होती हैं जो क्रमशः ग्रीष्म, पतझड़, शीत और बसंत होती हैं। उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में ऋतुएं सामान्यतः वर्षा से सम्बद्ध होती हैं और यहाँ मुख्यतः दो ऋतुएं होती हैं- आर्द्र (वर्षा) ऋतु और शुष्क ऋतु। मानसूनी प्रदेशों में मुख्यतः तीन ऋतुएं पायी जाती हैं: शीतऋतु, ग्रीष्मऋतु और वर्षा ऋतु। भारतीय उपमहाद्वीप में सामान्यतः छः ऋतुएं मानी जाती हैं: जो इस प्रकार हैं- ग्रीष्म, वर्षा, शरद, शिशिर, हेमन्त और बसंत। इनमें प्रत्येक ऋतु लगभग दो महीने की होती है। भूमध्य रेखीय प्रदेशों में मौसमी भिन्नता बहुत कम या नगण्य होती है जबकि ध्रुवीय प्रदेशों में ग्रीष्मऋतु अत्यल्प अवधि की होती है और शीतऋतु अत्यधिक लम्बी होती है।

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वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
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