4 -रिसाव तालाब (परकोलेशन टैंक)

Submitted by admin on Sat, 01/30/2010 - 11:31
Author
आरएस तिवारी

परकोलेशन टैंकपरकोलेशन टैंक रिसाव तालाब सतह से बहने वाले वर्षा जल को संग्रहित कर उससे भू-जल भंडारण में वृद्धि के उद्देश्य से रिसाव तालाब का निर्माण किया जाता है। इस संरचना में जलग्रहण क्षेत्र कr तह में पारगम्य चट्टान का होना अति आवश्यक है। साथ में यह ध्यान में रखना आवश्यक है कि जलग्रहण क्षेत्र के कैचमेंट एरिया की सतह मिट्टी वाली न होकर हल्की रेतीली होना चाहिए अन्यथा मिट्टी जलग्रहण क्षेत्र की तह में जमा होकर चट्टान की पारगम्यता खत्म कर देगी।

इस तालाब का आकार क्षेत्र विशेष पर निर्भर करता है। सामान्यतः टैंक कr गहराई 3 से 4.5 मीटर तक की जाती है। इस प्रकार बनाए गए तालाब का पानी जनवरी-फरवरी यानी रबी मौसम तक समाप्त हो जाता है। इस प्रकार की संरचना, ग्रामों में नालों के ट्राजीशन जोन में जहाँ पर पारगम्य चट्टानें हों, विदरित एवं जोड़ दरारों वाली चट्टान हों तथा आसपास पड़त भूमि हो, किया जा सकता है, जैसा कि चित्र क्र. 3 में बताया गया है।