अद्रा में जो बोवै साठी

Submitted by Hindi on Tue, 03/23/2010 - 09:16
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घाघ और भड्डरी

अद्रा में जो बोवै साठी।
दुःखै मार निकारै लाठी।।


भावार्थ- जो किसान आर्द्र मे साठी धान बो दे तो वह दरिद्रता को घर से डण्डे मार कर नकाल सकता है।