अगहन बवा

Submitted by Hindi on Tue, 03/23/2010 - 09:19
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घाघ और भड्डरी

अगहन बवा।
कहूँ मन कहूँ सवा।।


भावार्थ- यदि अगहन मास में गेहूँ, जौ की बोवाई होती है तो कहीं बीघा पीछे मन भर और कहीं सवा मन की उपज होती है अर्थात् अगहन में बोवाई से पैदावार कम हो जाती है।