आलोकधन्वा

Submitted by admin on Sun, 12/15/2013 - 11:39

1950


जन्म स्थान :


मुंगेर, बिहार।

प्रमुख कृतियां :



पहली कविता ‘जनता का आदमी’ 1972 में ‘वाम’ पत्रिका में प्रकाशित होकर चर्चित हुई। ‘कपड़े के जूते’, ‘भागी हुई लड़कियां’, ‘पतंग’, ‘ब्रूनो की बेटियां’ आदि अन्य चर्चित कविताएं हैं, जिनका अनुवाद कई भारतीय भाषाओं में हुआ है। ‘सरवाइवल’ (सं. : डेनियल वाइसबोर्ट और गिरधर राठी), प्रकाशक : साहित्य अकादमी में इनकी अंग्रेजी में अनूदित कविताएं संकलित है।
पहला कविता-संग्रह ‘दुनिया रोज बनती है’ 1998 में प्रकाशित हुआ।

वृत्ति :


स्वतंत्र लेखन।पहला सम्मान सहित कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए हैं।
पटना में रहते हैं।