अमोनिया (Ammonia)

Submitted by admin on Sun, 08/16/2009 - 13:49

गुण

अमोनिया (NH३) के अणु में नाइट्रोजन तथा हाइड्रोजन के परमाणु होते हैं।

अमोनिया एक तीक्ष्म गंध वाली रंगहीन गैस है। यह हवा से हल्की होती है तथा इसका वाष्प घनत्व ८.५ है। यह जल में अति विलेय है। अमोनिया के जलीय घोल को लिकर अमोनिया कहा जाता है यह क्षारीय प्रकृति का होता है।

उपयोग

यूरिया, अमोनियम सल्फेट, अमोनियम फास्फेट, अमोनियम नाइट्रेट आदि रासायनिक खादों को बनाने में अमोनिया का उपयोग किया जाता है। बड़े पैमाने पर नाइट्रिक एसिड तथा सोडियम कार्बोनेट के निर्माण में इसका उपयोग किया जाता है। बर्फ बनाने के कारखाने में शीतलीकारक के रूप में अमोनिया का उपयोग किया जाता है। प्रयोगशाला में प्रतिकारक के रूप में इसका उपयोग किया जाता है। लिकर अमोनिया का उपयोग कपड़ों से तेल ग्रीज आदि के दाग को छुड़ाने के लिए किया जाता है।

प्रभाव

जल में अति विलेय होने के कारण एक खतरनाक प्रदूषक भी बनता जा रहा है। पानीपत के पानी में बार-बार अमोनिया के आने का कारण यह है कि पानीपत के डाई इंडस्ट्री में इस्तेमाल हो रही अमोनिया बिना ट्रीटमेंट हुए यमुना में नालों के रूप में आ रही है। जिसकी वजह से यमुना के पानी में अमोनिया की समस्या खड़ी हो रही है।