बैसाख सुदी प्रथमै दिवस

Submitted by Hindi on Wed, 03/24/2010 - 09:15
Author
घाघ और भड्डरी

बैसाख सुदी प्रथमै दिवस, बादर बिज्जु करेइ।
दामा बिना बिसाहिजै, पूरा साख भरेइ।।


भावार्थ- यदि वैशाख शुक्ल प्रतिपदा को आसमान में बादल हों और बिजली चमक रही हो तो उस वर्ष ऐसी पैदावार होगी कि अन्न खरीदने वाला कोई नहीं मिलेगा।