• बनास नदी, राजस्थान राज्य, पश्चिमोत्तर भारत में बहती है।
• इसका उद्गम कुंभलगढ़ के निकट है और यह अरावली पर्वतमाला को चीरकर अपना रास्ता बनाती है।
• इसके बाद पूर्वोत्तर की ओर बढ़ते हुए यह मैदानों तक पहुँचती है और 500 किमी बहने के बाद शिवपुर के उत्तर में चंबल नदी से मिलती है।
• बनास एक मौसमी नदी है, जो गर्मी के समय अक्सर सूखी रहती है, लेकिन इसके बावजूद यह सिचाई का स्त्रोत है।
• बरेच और कोटरी इसकी सहायक नदियाँ हैं।
• समूची घाटि में मिट्टि के बहाव से कई स्थानों में अनुपजाऊ भूमि का निर्माण हो गया।
• इसका उद्गम कुंभलगढ़ के निकट है और यह अरावली पर्वतमाला को चीरकर अपना रास्ता बनाती है।
• इसके बाद पूर्वोत्तर की ओर बढ़ते हुए यह मैदानों तक पहुँचती है और 500 किमी बहने के बाद शिवपुर के उत्तर में चंबल नदी से मिलती है।
• बनास एक मौसमी नदी है, जो गर्मी के समय अक्सर सूखी रहती है, लेकिन इसके बावजूद यह सिचाई का स्त्रोत है।
• बरेच और कोटरी इसकी सहायक नदियाँ हैं।
• समूची घाटि में मिट्टि के बहाव से कई स्थानों में अनुपजाऊ भूमि का निर्माण हो गया।
Hindi Title
बनास नदी (भारतकोश साभार से)
अन्य स्रोतों से
बनास नदी (प्रवक्ता.कॉम से)
पुराणों में एक ‘वशिष्टि’ नदी का वर्णन है, जो अब अपभ्रंश होकर ‘बनास नदी’ बन गई है। इसके किनारे एक मंदार वन का जिक्र है जहां आज ‘मंडावर’ नाम का ग्राम बसा हुआ है। उत्तर पश्चिम में एक सुरसर नाम का सरोवर होना लिखा है जो बाद में टूटकर नाला बन गया और अब वहां पर सिरस ग्राम बसा हुआ है। वशिष्टि नदी के तट पर एक बिल्व पत्रों के वन की चर्चा भी पुराण ने की है। यह वन वर्तमान में बनास नदी के तट पर सुरेली स्टेशन के पास मौजूद है।
बनास नदी (सिरोही में)
संदर्भ