भारतभूषण अग्रवाल

Submitted by admin on Sat, 12/14/2013 - 09:20

(3 अगस्त, 1919-23 जून, 1975)


हिंदी कविता की प्रयोगवादी धारा के प्रमुख कवि, नाटककार, कथाकार, निबंधकार। ‘तार सप्तक’ में शामिल।

प्रमुख कृतियां :


‘छवि के बंधन’, ‘जागते रहो’, ‘कागज के फूल’, ‘एक उठा हुआ हाथ’, ‘उनका वह सूरज है’ (सभी कविता-संग्रह); ‘आधे-आधे जिस्म’ (कनीहा-संग्रह); ‘लौटती लहरों की बांसुरी’ (उपन्यास); ‘सेतु बंधन’, ‘अग्निलीक’ (काव्यरूपक)।

वृत्ति :


समाज सेवा व औद्योगिक संस्थाओं में कार्य करने के पश्चात कुछ समय ‘प्रतीक’ में, फिर साहित्य अकादमी में उप सचिव।
हिंदी कविता में वरेण्य स्थान प्राप्त व अनेक मानद सम्मानों से सम्मानित।