चाँदा 1. भारत के महाराष्ट्र प्रदेश का जिला है जिसका क्षेत्रफल 9,200 वर्ग मील तथा जनसंख्या 12,38,070 (1961) है। इसमें लगभग 4,000 वर्ग मील जंगली क्षेत्र हैं, जिनमें अत्यंत कम आबादी है। 2,700 वर्ग मील सरकारी सुरक्षित जंगल हैं, जिनमें सागवान की लकड़ी और बाँस मिलते हैं। पश्चिम में बल्लरपुर के पास कोयले की खानें हैं। जिले के पूर्वी भाग में लोह खनिज मिलता है। केवल उत्तर-पश्चिम में, वर्धा और नागपुर जिलों की सीमाओं के पास, कपास और गेहूँ की खेती होती है तथा शेष भागों में ज्वार, बाजरा धान और मक्का पैदा होता है। सिंचाई तालाबों से की जाती है। यहाँ से सड़कें सभी दिशाओं में जाती हैं। यह जिला प्राकृतिक दृश्यों, हरे भरे पहाड़ों, पुरातत्त्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण मंदिरों तथा दुर्गों के लिये प्रसिद्ध है। यहाँ की जलवायु गर्म, आर्द्र और अस्वास्थ्यप्रद है। उत्तर-पश्चिम भाग के लोग मराठी, दक्षिण के लोग तेलगू, उत्तर-पूर्व के लोग छत्तीसगढ़ी (हिंदी) और आदिवासी लोग गोंडी भाषा भाषी हैं।
2. नगर, वर्धा और इराई नदियों के संगम के समीप बरसा है। यह प्राचीन गोंड वंश की राजधानी था। 5.5 मील की परिधि में निर्मित पत्थर की प्राचीन दीवारों के अवशेष अभी तक वर्तमान हैं, जिससे अनुमान है कि प्राचीन काल में यहाँ की जनसंख्या अधिक रही होगी। नगर रेशमी वस्त्रों और आभूषित चप्पलों के लिये प्रसिद्ध है। नगर के बाहर प्रति वर्ष विशाल मेला लगता है, जिनमें लाखों लोग आते हैं। अब इस नगर में सड़कों तथा रेलों का केंद्र हो जाने से जनसंख्या बढ़ती जा रही है। यहाँ की जनसंख्या 51,484 (1961) है। (कृष्ण मोहन गुप्त)
2. नगर, वर्धा और इराई नदियों के संगम के समीप बरसा है। यह प्राचीन गोंड वंश की राजधानी था। 5.5 मील की परिधि में निर्मित पत्थर की प्राचीन दीवारों के अवशेष अभी तक वर्तमान हैं, जिससे अनुमान है कि प्राचीन काल में यहाँ की जनसंख्या अधिक रही होगी। नगर रेशमी वस्त्रों और आभूषित चप्पलों के लिये प्रसिद्ध है। नगर के बाहर प्रति वर्ष विशाल मेला लगता है, जिनमें लाखों लोग आते हैं। अब इस नगर में सड़कों तथा रेलों का केंद्र हो जाने से जनसंख्या बढ़ती जा रही है। यहाँ की जनसंख्या 51,484 (1961) है। (कृष्ण मोहन गुप्त)
Hindi Title
चाँदा
विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
अन्य स्रोतों से
संदर्भ
1 -
2 -
2 -
बाहरी कड़ियाँ
1 -
2 -
3 -
2 -
3 -