कंदरी, गुहामयः
उन शैल समूहों के लिए प्रयुक्त एक शब्द जो गुहाओं से परिपूर्ण हों। यह विशेषण उस किसी भी प्रकार के शैल (विशेषतया चूना पत्थरों) के लिए पिरयुक्त किया जाता है जिसमें गुहिकाओं, कोशिकाओं तथा दीर्घ अंतराकाशों की प्रचुरता होती है। आग्नेय शैलों में गैसों के प्रसार के कारण जो सरंध्र संरचनाएं बन जाती है वे इसके अंतर्गत नहीं आतीं।