छपरा स्थिति : 25 50 उ.अ. तथा 84 45 पू.दे.। यह बिहार राज्य के सारन जिले का प्रशासकीय केंद्र है। यह घाघरा नदी के उत्तरीतट पर बसा है। नगर छ: मील लंबा एवं कहीं कहीं एक मील से कुछ अधिक चोड़ा है। ऐसा कहा जाता है कि यहाँ के दाहिआवाँ महल्ले में दधीचि ऋषि का आश्रम था। इसके पाँच मील पश्चिम रिविलगंज है, जहाँ गौतम ऋषि का आश्रम बतलाया जाता है और वहाँ कार्तिक पूर्णिमा को एक बड़ा मेला लगता है। छपरे से चार मील पूरब चिरान छपरा में पौराणिक राजा मयुरध्वज को राजधानी तथा च्यवन ऋषि का आश्रम बतलाया जाता है। यहाँ पर पुरातत्व विभाग की ओर से खंडहरों की खुदाई हो रही है और कुछ बहुमूल्य ऐतिहासिक तथ्यों के प्राप्त होने की संभावना है। छपरा से 15 मील पूरब सोनपुर स्थान है जो हरिहर क्षेत्र के नाम से विख्यात है। यहीं पर गज और ग्राह के पौरणिक युद्ध का होना बतलाया जाता है। यहाँ शिव और विष्णु के मंदिर साथ साथ हैं। कार्तिक पूर्णिमा को सोनपुर का प्रसिद्ध मेला लगता है जो महीनों चलता रहता है। इस मेले में बहुत बड़ी संख्या में मवेशी-गाय, बैल, घोड़े, हाथी, ऊँट-तथा पक्षी विक्रय के लिए आते हैं। छपरा में कई कालेज और स्कूल हैं। शिक्षा का प्रसार तेजी से हो रहा है। जिले में चीनी के अनेक कारखाने हैं। (शिवनदंन सहाय)
Hindi Title
छपरा
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संदर्भ
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बाहरी कड़ियाँ
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