डब्लू डब्लू एफ इंडिया ने नदियों के लिये जीवन कार्यक्रम के तहत सिंचाई विभाग के साथ मिल कर जल उपभोक्ता समितियो के रख रखाव व संचालन के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया। जिसमें लक्ष्मीकान्त वर्मा द्वारा समितियों को प्रशिक्षित किया गया। ताकि समितियां अपने कर्तव्य और अधिकारों के साथ अपनी जिम्मेदारी भी समझ सके।
इसके अलावा जल उपभोक्ता समितियों को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिये आवश्यक सामग्री - रजिस्टर,चेक बुक और पास बुक आदि का अधिशासी अभियंता अरुण कुमार द्वारा बंटवाया गया। ताकि समितियां हर महीने एक बैठक का आयोजन कर सिंचाई विभाग को नहर की साफ सफाई के लिए तय कार्यक्रम से पहले सूचित कर सके।
डब्लू डब्लू एफ इंडिया ने समितियों को बताया की अगर वह बाछमई कमां के अंतर्गत आने वाली नहरों के पुनरुद्धवार कार्यों मे प्रतिभाग करेंगे तो उन्हें नहरों के कार्यों का अच्छा अनुभव प्राप्त हो सकेगा साथ ही उनकी देखभाल भी की जा सकेगी।
नहरों के मुख्य पुनरुद्धवार कार्यों के लिए समितियों ने सहमति जताई. ये मुख्य कार्य सात अल्पिकाओ और तीन रजवाहों मे किया जायेगा। इस कार्य का उद्देश्य जल उपभोक्ता समितियों के पदधिकारियो को प्रशिक्षित कर अल्पिका की समुचित तरीके से देखभाल की जा सके जिससे खेतों में सिंचाई की जरूरत के समय सभी किसानो को पानी मिल सके और नहर का रख रखाव भी ठीक ढंग से हो सके।
अमापुर विकास खंड के एक गावों मे डब्लू डब्लू एफ (WWF) की और से जैविक और पौशक धान की खेती के विषय पर लगभग 20 गावों की 300 महिला किसानों को प्रशिक्षित किया गया। वहीं नहर से किसानों द्वारा सिंचाई करने के बाद बचे हुए पानी द्वारा नदियों को पुनर्जीवन करने के लिए डब्लू डब्लू एफ इंडिया, सिंचाई विभाग द्वारा किसानों को सिंचाई की उन्नत प्रणालियों में शिक्षित किया जाएगा।
जिससे नहर से सिंचाई के लिए समुचित पानी का उपयोग किया जाए और बचे हुए पानी को पास से गुजरने वाली नदियों में या तालाबों में जाने के लिए मार्ग प्रशस्त किया जाएगा। जिससे कि नदी के प्रवाह में बढ़ोत्तरी और भूमि में भी जल संरक्षण हो सके।