यदि किसी असंपीड्य और अश्यान तरल की विशाल राशि विरामस्थ हो या एकसमान वेग से बह रही हो तो उसमें एक सरल रेखा में अचर वेग से चलने वाले पिंड पर कोई बल कार्य नहीं करता। इस परिघटना को डि लैबर्ट विरोधाभास कहते हैं।
अन्य स्रोतों से
बाहरी कड़ियाँ
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विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
हिन्दी में -
शब्द रोमन में
संदर्भ
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