जन्म: 3 जुलाई, 1934 को टीकमगढ़ जिले की तहसील बल्देवगढ़ के एक छोटे से गाँव झिनगुवाँ में।
माता-पिता: श्रीमती ललिता देवी एवं पं. ठाखुर प्रसाद तिवारी।
शिक्षा: एम.ए., एम.एड., पी.एच.डी।
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा से ‘बुन्देलखण्ड का इतिहास’ (1802 से 1858 ई.) विषय पर शोध।
अध्ययन, अध्यापन का सिलसिला निरन्तर जारी। बुन्देलखण्ड की सांस्कृतिक विरासत को प्रकाश में लाने की दिशा में सक्रिय। फिलहाल ‘ओरछा स्टेट : हिस्ट्री एण्ड हेरिटेज’ नामक पुस्तक लिखने में व्यस्त हैं।
प्रकाशित कृतियाँ : बुन्देलखण्ड के दुर्ग, बुन्देलखण्ड का बृहद इतिहास (राजतंत्र से जनतंत्र), बुन्देलखण्ड का सामाजिक-आर्थिक इतिहास, बुन्देलखण्ड की सांस्कृतिक विरासत।
पुरस्कार एवं सम्मान : डॉ. हरिहर निवास द्विवेदी एवं मध्य प्रदेश साहित्य परिषद के पं. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ पुरस्कार से पुरस्कृत तथा विभिन्न सामाजिक- सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा उत्कृष्ट लेखन के लिये सम्मानित।
सम्पर्क : भारत भवन, पुरानी टेकरी, टीकमगढ़ - 472001 (मध्य प्रदेश)