बाढ़कृत मैदान, कछारः
(क) किसी नदी के दोनों किनारों की एक अपेक्षतया चिकनी भूमि की पट्टी जो नदी द्वारा लाए हुए और तीव्रतम धारा के प्रभाव से बाहर, मंदगति वाले जलक्षेत्र में गिरे हुए अवसादों से निर्मित होती है।
(ख) नदी-प्रणाल से संलग्न नदी की घाटी का वह भाग जो सरिता की वर्तमान प्रवृत्ति के दौरान प्रवाहित होने वाले अवसादों से बना होता है और बाढ़ की प्रावस्थाओं में जब नद के किनारे जलाप्लावित हो जाते हैं तो यह भाग पानी से ढक जाता है।