गिरिजाकुमार माथुर

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(22 अगस्त, 1919-10 जनवरी, 1994)


शिक्षा:


एम.ए. (अंग्रेजी), एल.एल.बी.।
प्रयोगवादी कविता की धारा के प्रमुख कवि, गीतकार एवं एकांकीकार। ‘तार सप्तक’ में संकलित।

प्रमुख कृतियां :


‘मंजीर’, ‘नाश और निर्माण’, ‘धूप के धान’, ‘शीलापंख चमकीले’, ‘मंदार’, ‘पृथ्वी कल्प’, ‘असिद्ध की व्यथा’ और ‘मुझे और अभी कहना है’ (सभी कविता-संग्रह); ‘जनम कैद’ (एकांकी-संग्रह)।

वृत्ति :


वकालत के बाद आकाशवाणी में। फिर न्यूयार्क में सूचनाधिकारी। पुनः आकाशवाणी में उप निदेशक पर पर नियुक्ति। ‘गगनांचल’ पत्रिका के संपादक भी रहे।

साहित्य अकादमी पुरस्कार, शलाका सम्मान तथा व्यास सम्मान आदि अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित।