गजानन माधव मुक्तिबोध

Submitted by admin on Fri, 12/13/2013 - 16:22

(13 नवंबर, 1917-11 सितंबर, 1964)


शिक्षा :


एम.ए.।
हिंदी के चर्चित प्रगतिशील कवि व आलोचक।

प्रमुख कृतियां :


‘चांद का मुंह टेढ़ा है’ (कविता-संग्रह), ‘कामायनी : एक पुनर्मूल्यांकन’ (आलोचना)।

वृत्ति :


साहित्य साधना, अध्यापकी व पत्रकारिता। आरंभ में शारदा शिक्षा सदन से जुड़े। त्रिलोचन शास्त्री के साथ ‘हंस’ का संपादन (1945)। हितकारिणी हाईस्कूल में अध्यापकी एवं ‘समता’, ‘नया खून’ तथा ‘वसुधा’ में स्तंभ लेखन।

मरणोपरांत ‘चांद का मुंह टेढ़ा है’, ‘भूरी-भूरी खाक धूल’ संग्रह प्रकाशित। अनेक भाषाओं में कविताओं का अनुवाद। मुक्तिबोध रचनावली, संपादक : नेमिचंद्र जैन, राजकलम से प्रकाशित। ‘कामायनी : एक पुनर्विचार’ , ‘एक साहित्यिक की डायरी’ भी प्रमुख पुस्तकें हैं।