वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन प्रमंडल-2 के मदनपुर वन क्षेत्र होकर गुजरी गंडक नदी से मदनपुर वन क्षेत्र के कांटी उपखंड के जंगल पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है। नदी की धारा रहुआ नाला में मिलते हुए कांटी उपखंड के एम कक्ष संख्या-1 व 2 के जंगल में घुस गया है।
अगर समय रहते जंगल को बचाने के लिए कटाव निरोधी कार्य नहीं कराया गया तो आगामी मानसून के बरसात में मदनपुर वन क्षेत्र का कांटी उपखंड का संपूर्ण जंगल गंडक नदी की कटाव से विलीन हो जाएगा। इसको गंभीरता से लेते हुए कटाव निरोधी कार्य कराने के लिए वीटीआर वन प्रमंडल-2 के डीएफओ गौरव ओझा ने विभाग के वरीय अधिकारियों समेत जल संसाधन विभाग को शुक्रवार को त्राहिमाम पत्र भेजा है|। डीएफओ श्री ओझा ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि चूंकि गंडक नदी पहले से ही जंगल की ओर धारा बनाकर कटाव करती रही है| अब यह नदी रोहुआ नाला में मिलते हुए लंबा पाट बनाकर वन क्षेत्र के कांटी उपखंड के कक्ष संख्या-1 व 2 में घुसकर जंगल में कटाव करने के लिए धारा बनाकर निशाना बना लिया है|। डीएफओ ने बताया कि वर्ष 2018 के मानसून मे गंडक नदी के कटाव से तीस से 50 मीटर के दायरे में नदी के कटाव से जंगल विलीन हो गया है। उन्होंने वरीय अधिकारियों का ध्यान इस ओर दिलाते हुए जल संसाधन विभाग को त्राहिमाम पत्र भेज कर बरसात के पहले कटाव निरोधी कार्य कराने का मांग की है।