दून हॉस्पिटल से 06 दिसम्बर से गायब चल रहे गंगा भक्त सन्त गोपाल दास का पता अभी तक नहीं लगाया जा सका है। बेटे के अस्पताल से अचानक गायब हो जाने के प्रतिरोध में 12 दिसम्बर से उनकी माँ शकुन्तला देवी ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर अनशन पर थीं। परन्तु शुक्रवार को हरिद्वार के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट, प्रेमलाल द्वारा सन्त गोपाल दास को जल्द ही ढूँढ लिये जाने के आश्वासन पर उन्होंने अपना अनशन खत्म कर दिया।
गौरतलब है कि शकुन्तला देवी ने हरिद्वार में 14 दिसम्बर को आयोजित किये गए एक संवाददाता सम्मलेन के दौरान यह आरोप लगाया था कि प्रशासन की सह पर ही उनके बेटे को गायब किया गया है। गोपाल दास को दिल्ली एम्स से लाकर 5 दिसम्बर को दून हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हॉस्पिटल में भर्ती होने के कुछ ही घंटों के बाद से वे वहाँ से गायब हो गए। हालांकि, हॉस्पिटल प्रबन्धन का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में सन्त गोपाल दास को स्वयं अस्पताल से बाहर जाते हुए देखा गया है।
चूँकि, सन्त गोपाल दास के परिजनों द्वारा दिल्ली में भी उनके गायब होने के सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज कराया गया है इसीलिये दिल्ली पुलिस की एक टीम शुक्रवार को छानबीन के लिये दून हॉस्पिटल पहुँची थी। इस बात की पुष्टि हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा ने भी की। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने उनसे गोपाल दास के गायब होने के दिन का सीसीटीवी फुटेज माँगा था जिसकी अनुमति उन्होंने दे दी थी।
मालूम हो कि सन्त गोपाल दास गंगा की स्वच्छता और नदी के न्यूनतम पर्यावरणीय प्रवाह को बरकरार रखने सहित अन्य माँगों को लेकर 24 जून से अनशन पर थे। स्वामी ज्ञानस्वरूप सानन्द के निधन के बाद उन्होंने उनकी माँगों के समर्थन की भी घोषणा की थी।
Source
इंडिया वाटर पोर्टल (हिन्दी)