गोविंदचंद्र पाण्डेय

Submitted by admin on Sat, 12/14/2013 - 09:23

(1923)


इतिहास, संस्कृति और दर्शन के सुविख्यात चिंतक।

प्रमुख कृतियां :


‘अग्निबीज’, ‘क्षण और लक्षण’, ‘हंसिका’, ‘जया’ (काव्य-संग्रह)।राजस्थान और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आचार्य, अध्यक्ष और कुलपति रहे प्रो. पांडेय आजकल भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला तथा केंद्रीय उच्चतर तिब्बती अध्ययन संस्थान, सारनाथ के अध्यक्ष है।भारतीय परंपरा के मूल स्वर, वैदिक संस्कृति बौद्ध धर्म के विकास का इतिहास। ‘मूल्य मीमांसा’, ‘साहित्य, संस्कृति और सौंदर्य’, ‘इतिहास, स्वरूप और सिद्धांत’, ‘शंकराचार्य : विचार और संदर्भ’ सहित अंग्रेजी में भी अनेक ग्रंथ।

शंकर पुरस्कार, मंगलाप्रसाद पारितोषिक तथा विज्ञान दर्शन पुरस्कार से सम्मानित।