जब किसी वाहिनी में तरल के बेरोक टोक बहने से वाहिनी के प्रवेश द्वार पर बनने वाला परिसीमा पृष्ठ बढ़ कर पूरी वाहिनी में भर जाता है तो परिसीमा पृष्ठ के बढ़ने के दौरान होने वाले प्रवाह को जनक प्रवाह कहते हैं।
अन्य स्रोतों से
बाहरी कड़ियाँ
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विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
हिन्दी में -
शब्द रोमन में
संदर्भ
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