द्रोणिका, ग्राबेनः
दो सामान्य भ्रंशों के बीच की शैल-पट्टी के धसकने से उत्पन्न गर्त। सामान्यतः इसमें दोनों भ्रंशों के भ्रंश-तल एक दूसरे की ओर आनत होते हैं।
- समानांतर भ्रंशों के बीच स्थित एक संकीर्ण द्रोणी। इसे प्रायः रिफ्ट घाटी की संज्ञा भी दी जाती है। परंतु यह एक संरचनात्मक लक्षण है और निश्चितरूप से इसको घाटी नहीं कहा जा सकता।