1. संतुलित तल 2. कोटिः
1. किसी सरिता की तली का अथवा किसी भूमि की सतह का (जिस पर पानी बहता हो) वह ढाल जिसके ऊपर जलधारा बिना अपरदन या निक्षेपण किए हुए नदोढक (load) को मात्र परिवाहित ही कर सकती है।
2. (क) कोयले के वर्गीकरण में कोटि का अभिप्राय है उसकी शुद्धता। जिस कोयले में राख की मात्रा अधिक होती है वह निम्न कोटि का हो जाता है।
(ख) कायांतरित भूविज्ञान में; कोटि शब्द का अभिप्राय कायांतरण की अवस्था से है। प्रचलित प्रयोग के अनुसार इससे विशेष रूप से तापमान का पता लगता है, यथाः- कायांतरित कोटि में वृद्धि का अभिप्राय है कायांतरण के प्रक्रम में बढ़ा हुआ तापमान।
(ग) धातुमय निक्षेपों के संदर्भ में कोटि का अर्थ है अयस्क की सापेक्ष समृद्धि। वह अयस्क जिसमें तुलनात्मक दृष्टि से मूल्यवान धातु थोड़ी होती है, उसे निम्न कोटि का अयस्क कहा जाता है।
(घ) अवसादों तथा अवसादन के संदर्भ में इस शब्द का अर्थ है कणों का कोई विशेष प्रमाप या उनका प्रमाप-परास।
अन्य स्रोतों से
Grade in Hindi (संतुलित तल)
साम्यावस्था की एक संकल्पना (concept) जो विशेषतः किसी सरिता के दीर्घ-प्रोफाइलों और भूमि-ढालों के लिए प्रयुक्त होती है। एक संतुलित सरिता वह है, जिसका प्रवाह इस प्रकार का होता है कि उसमें किसी स्थान विशेष पर अपरदित पदार्थ तथा निक्षेपित पदार्थ के मध्य संतुलन पाया जाए।