हस्त न बज री

Submitted by Hindi on Tue, 03/23/2010 - 12:55
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घाघ और भड्डरी

हस्त न बज री, चित्रा न चना।
स्वाति न गोहूँ, बिसाखा न धना।।


भावार्थ- हस्त नक्षत्र में बाजरा, चित्रा में चना, स्वाति में गेंहूँ और विशाखा नक्षत्र में धान बोने से फसल चौपट हो जाती है।