उथले द्रव के प्रवाह और संपीड्य गैस के प्रवाह में अनुरूपता दोनों निकायों में अनेक समान परिघटनाएँ होती हैं, जैसे प्रघात तरंग की उत्पत्ति: अनुरूपता में आवश्यक है कि द्रव में ऊर्धावधर त्वरणों की उपेक्षा कर दी जाए और गैसों की विशिष्ट ऊष्माओं के अनुपात पर प्रतिबंध न लगाया जाए।
अन्य स्रोतों से
बाहरी कड़ियाँ
1 -
2 -
3 -
2 -
3 -
विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
हिन्दी में -
शब्द रोमन में
संदर्भ
1 -
2 -
2 -