जहँ देखो पटवा की डोर

Submitted by Hindi on Wed, 03/24/2010 - 10:36
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घाघ और भड्डरी

जहँ देखो पटवा की डोर।
तहवाँ दीजै थैली छोर।।


शब्दार्थ- पटवा-पीला।

भावार्थ- जहाँ पीले रंग का बैल दिखाई पड़े, उसे कुछ अधिक कीमत देकर भी खरीद लेना चाहिए।