जलमण्डल (Hydrosphere in Hindi)

Submitted by admin on Fri, 12/26/2008 - 09:17
जलमण्डल,
पर्यावरणीय संघटकों में जल का महत्वपूर्ण स्थान हैं, क्योकि इसके बिना किसी भी जीव का अस्तित्व ही संभव नहीं| जलमण्डल से अर्थ जल की उस परत से हें, जो पृथ्वी की सतह पर महासागरों, झीलों, नदियों तथा अन्य जलाशयों के रूप में फैली हैं। पृथ्वी कि सतह के कुल क्षेत्रफल के 71 % भाग में जल का विस्तार हैं, इसलिए पृथ्वी को जलीय ग्रह भी कहते हैं।

अन्य स्रोतों से

भारत डिस्कवरी से


एक अनुमान के अनुसार पृथ्वी पर लगभग 1360 मिलियन क्यूबिक किमी जल है। इसका 97 प्रतिशत अर्थात 1320 क्यूबिक किमी जल अकेले महासागरों में है। लगभग 30 मिलियन क्यूबिक किमी अंटार्कटिका एवं ग्रीनलैंड में है। लगभग 9 मिलियन क्यूबिक किमी अर्थात् सम्पूर्ण जल का एक प्रतिशत भाग भूमिगत जल के रूप में है। शेष जल नदियों, झीलों तथा अन्तर्देशीय समुद्र में और जल वाष्प के रूप में है।