ज्येष्ठा आर्द्रा सतभिखा

Submitted by Hindi on Thu, 03/25/2010 - 15:30
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घाघ और भड्डरी

ज्येष्ठा आर्द्रा सतभिखा, स्वाति सुलेखा माँहि।
जो संक्रांति तो जानियो, महँगो अन्न बिकाहिँ।।


भावार्थ- यदि ज्येष्ठा, आर्द्रा, शतभिष, स्वाति और श्लेषा नक्षत्रों में संक्रांति हो तो समझ लेना चाहिए कि अन्न महँगा बिकेगा।