[img_assist|nid=29699|title=|desc=|link=none|align=left|width=300|height=150]सुनामी मूल रूप से जापानी भाषा का शब्द है। जिसका शाब्दिक अर्थ है समुद्री लहरें। समुद्र के गर्भ में भूकंप, ज्वालामुखी और पानी के अंदर होने वाले विस्फोट सुनामी का कारण बनते हैं। कई भूगर्भशास्त्री सुनामी को समुद्री भूकंप की संज्ञा देते हैं।
हालांकि ज्वार भाटा और सुनामी दोनों स्थितियों में समुद्र से ऊंची लहरें पैदा होती है लेकिन सुनामी की स्थिति में इन लहरों की भयावहता कहीं अधिक होती है। इन लहरों की ताकत इतनी ज्यादा होती है कि समुद्र का पानी बड़े-बड़े द्वीपों को अपने आगोश में ले लेता है।
दुनिया में सुनामी के लिए जापान को सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाका माना जाता है। जापान में अब तक 195 से ज्यादा बार सुनामी आने का रिकॉर्ड उपलब्ध है।
एक झटके में मानवता के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करने वाली सुनामी एक दिन की भूगर्भिक हलचल का परिणाम नहीं है बल्कि कई सालों तक धीमी गति से पृथ्वी के गर्भ में होने वाली क्रियाओं के कारण सुनामी का जन्म होता है।
पृथ्वी कई प्लेटों से मिलकर बनी है। आमतौर पर इन प्लेटों में कोई हलचल नहीं होती लेकिन जब कई सालों तक एक प्लेट दूसरी के नीचे दबी रहती है तो उस पर दबाब बढ़ता जाता है एक स्थिति ऐसी आती है जब प्लेट इस दबाव को सहन नहीं कर पाती है और टूट जाती है। इस तरह समुद्र के गर्भ में भूकंप की स्थिति पैदा होती है। महासागरों में मौजूद पानी में तेज हलचल शुरू होती है और यह पानी समुद्र से बाहर की ओर बढ़ता है और पैदा होती है- सुनामी यानी समुद्र की ऊंची लहरें।
जब तक समुद्र की लहरें पानी में रहती है वह इतनी भयावह नहीं होती है केवल इनकी रफ्तार बहुत ज्यादा होती है, लेकिन जैसे ही ये तट पर पहुंचती है। लहरें विशाल आकार ग्रहण कर लेती है और पानी के आगे बढ़ने की रफ्तार कम हो जाती है और जहां -जहां जाती है सब कुछ लील कर समुद्र की गोद में वापस समा जाती है।
हालांकि ज्वार भाटा और सुनामी दोनों स्थितियों में समुद्र से ऊंची लहरें पैदा होती है लेकिन सुनामी की स्थिति में इन लहरों की भयावहता कहीं अधिक होती है। इन लहरों की ताकत इतनी ज्यादा होती है कि समुद्र का पानी बड़े-बड़े द्वीपों को अपने आगोश में ले लेता है।
दुनिया में सुनामी के लिए जापान को सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाका माना जाता है। जापान में अब तक 195 से ज्यादा बार सुनामी आने का रिकॉर्ड उपलब्ध है।
ऐसे आती है सुनामी
एक झटके में मानवता के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करने वाली सुनामी एक दिन की भूगर्भिक हलचल का परिणाम नहीं है बल्कि कई सालों तक धीमी गति से पृथ्वी के गर्भ में होने वाली क्रियाओं के कारण सुनामी का जन्म होता है।
आइए देखते है कैसे पैदा होती है सुनामी -
पृथ्वी कई प्लेटों से मिलकर बनी है। आमतौर पर इन प्लेटों में कोई हलचल नहीं होती लेकिन जब कई सालों तक एक प्लेट दूसरी के नीचे दबी रहती है तो उस पर दबाब बढ़ता जाता है एक स्थिति ऐसी आती है जब प्लेट इस दबाव को सहन नहीं कर पाती है और टूट जाती है। इस तरह समुद्र के गर्भ में भूकंप की स्थिति पैदा होती है। महासागरों में मौजूद पानी में तेज हलचल शुरू होती है और यह पानी समुद्र से बाहर की ओर बढ़ता है और पैदा होती है- सुनामी यानी समुद्र की ऊंची लहरें।
जब तक समुद्र की लहरें पानी में रहती है वह इतनी भयावह नहीं होती है केवल इनकी रफ्तार बहुत ज्यादा होती है, लेकिन जैसे ही ये तट पर पहुंचती है। लहरें विशाल आकार ग्रहण कर लेती है और पानी के आगे बढ़ने की रफ्तार कम हो जाती है और जहां -जहां जाती है सब कुछ लील कर समुद्र की गोद में वापस समा जाती है।
Hindi Title
क्या है सुनामी
अन्य स्रोतों से
संदर्भ