डलहौजी से 22 कि.मी. की दूरी पर डेढ़ कि.मी. से अधिक लम्बी तथा लगभग एक कि.मी. से अधिक चौड़ी तश्तरीनुमा खज्जर झील है। चीड़ और देवदार के पेड़ों से घिरी इस झील का हरी घास से ढका लादी मार्ग झील को बहुत आकर्षक बना देता है। गोल्फ के मैदान और सुनहरी गुबंद का मंदिर बड़ा अच्छा लगता है। खजियार क्षेत्र की प्राकृतिक सुषमा में झील के मध्य तैरते हुए द्वीप पर बना मंदिर दर्शनीय है। यहां आसपास जंगलों में चीते, तेंदुए, सूअर, भालू एवम् कस्तूरी मृग देखे जा सकते हैं। यहां आवास की भी व्यवस्था है।
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