वह समीकरण जिसके अनुसार किसी द्विविम आदर्श तरल-प्रवाह में पिंड की प्रति मात्रक लंबाई पर प्रवाह की लंब दिशा में तरल द्वारा लगा उत्थापन-बल, तरल-घनत्व, पिंड के सापेक्ष तरल-वेग और तरल-परिसंचरण के गुणनफल के बराबर होता है। इसे कुट्टा – जूकोवस्की प्रमेय भी कहते हैं।
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बाहरी कड़ियाँ
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विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
हिन्दी में -
शब्द रोमन में
संदर्भ
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