माघ पूस बहै पुरवाई

Submitted by Hindi on Tue, 03/23/2010 - 15:04
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घाघ और भड्डरी

माघ पूस बहै पुरवाई।
तब सरसों का माहो खाई।।


शब्दार्थ- माहो- एक प्रकार का कीड़ा।

भावार्थ- पूस और माघ महीने में यदि पुरवा हवा चली तो सरसों में माहो लग जाता है और फसल नष्ट हो जाती है।