लेखक
मघा के बरसे माता के परसे।
भूखा न माँगे फिर कुछ हर से।।
भावार्थ- वर्षा के सारे नक्षत्रों में मघा नक्षत्र की वर्षा फसलों के लिए सबसे अधिक लाभदायक होती है जैसे माता द्वारा परोसे गये भोजन से पुत्र को तृप्ति हो जाती है, उसी प्रकार मघा के बरसने से फसलों को तृप्ति मिलती है। इसके बाद भूखे व्यक्ति को ईश्वर से कुछ माँगने की आवश्यकता नहीं होती है।