महोबा स्थिति : 25 18' उo अo तथा 79 53' पूo देo। भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में हमीरपुर जिले का एक ऐतिहासिक नगर है जो झाँसी-मानिकपुर रेल मार्ग पर स्थित है। यह चंदेलवंश के 15वें राजा मदन वर्मा द्वारानिर्मित मदनसागर झील के किनारे स्थित है। खंडहर अवस्था में महल तथा अन्य इमारतें मिलती हैं। किरातसागर तथा मदनसागर प्रमुख झीलें हैं। यहाँ का पान काफी प्रसिद्ध माना जाता हे।
चंदेल राजवंश के संस्थापक चंद्रवर्मा की राजधानी उसके द्वारा मनाए जानेवाले 'महोत्सव' से महोबा कहलाई। 'कालिंजर' और 'खजुराहो' चंदेलों के क्रमश: सैनिक और धार्मिक केंद्र थे। तीन शताब्दियों के लंबे शासन के बाद 1182 ईo में पृथ्वीराज ने अंतिम चंदेल सम्राट् परमर्दिदेव परमाल से इसे (महोबा) छीन लिया। उसके 20 वर्षों बाद इसपर कुतबुद्दीन का अधिकार हो गया। 17वीं और 18वीं शताब्दियों में यह बुंदेलों के शासन में रहा।
इतिहास :
चंदेल राजवंश के संस्थापक चंद्रवर्मा की राजधानी उसके द्वारा मनाए जानेवाले 'महोत्सव' से महोबा कहलाई। 'कालिंजर' और 'खजुराहो' चंदेलों के क्रमश: सैनिक और धार्मिक केंद्र थे। तीन शताब्दियों के लंबे शासन के बाद 1182 ईo में पृथ्वीराज ने अंतिम चंदेल सम्राट् परमर्दिदेव परमाल से इसे (महोबा) छीन लिया। उसके 20 वर्षों बाद इसपर कुतबुद्दीन का अधिकार हो गया। 17वीं और 18वीं शताब्दियों में यह बुंदेलों के शासन में रहा।
Hindi Title
विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
अन्य स्रोतों से
संदर्भ
1 -
2 -
2 -
बाहरी कड़ियाँ
1 -
2 -
3 -
2 -
3 -