आकाशगंगा नदी का बदरिकाश्रम के निकट उल्लेख है।
जिससे यह गंगा नदी की अलकनंदा नाम की शाखा जान पड़ती है।
पौराणिक किंवदंती में गंगा को आकाश मार्ग से जाने वाली नदी माना जाता था।
बदरिकाश्रम के निकट, महाभारत में, जिस वैहायसह्रद का उल्लेख है वह आकाशगंगा या अलकंनदा का ही स्रोत जान पड़ता है।
जिससे यह गंगा नदी की अलकनंदा नाम की शाखा जान पड़ती है।
पौराणिक किंवदंती में गंगा को आकाश मार्ग से जाने वाली नदी माना जाता था।
बदरिकाश्रम के निकट, महाभारत में, जिस वैहायसह्रद का उल्लेख है वह आकाशगंगा या अलकंनदा का ही स्रोत जान पड़ता है।
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