छत्रक
बेसिडिओमाइसिटीज वर्ग के मुख्यतः एगैरिकेलीज गण के मांसल कवकों का सामान्य नाम। ये मृतजीवी पौधे वर्षाकाल में चरागाहों, खाद वाले ऊसर खेतों आदि में उगते हैं। इनके जनन अंग बीजाणुधर के दो भाग होते हैं- छत्रिका-वृंत (स्टाइप) और छत्र (पाइलियस) छत्रिका के अंदर निचली सतह में पतले आकार के गिल अवस्थित होते हैं, जिनमें बासिडियम-बीजाणु लगे होते हैं। जैसे-एगैरिकस।
बेसिडिओमाइसिटीज वर्ग के मुख्यतः एगैरिकेलीज गण के मांसल कवकों का सामान्य नाम। ये मृतजीवी पौधे वर्षाकाल में चरागाहों, खाद वाले ऊसर खेतों आदि में उगते हैं। इनके जनन अंग बीजाणुधर के दो भाग होते हैं- छत्रिका-वृंत (स्टाइप) और छत्र (पाइलियस) छत्रिका के अंदर निचली सतह में पतले आकार के गिल अवस्थित होते हैं, जिनमें बासिडियम-बीजाणु लगे होते हैं। जैसे-एगैरिकस।