पाकिस्तान

Submitted by Hindi on Mon, 08/22/2011 - 09:05
पाकिस्तान भारत के पूर्व एवं पश्चिम दोनों ओर दो भागों में स्थित स्वतंत्र मुस्लिम राष्ट्र है। इसकी स्थापना 14 अगस्त, 1947 ई. को भारत स्वतंत्रता ऐक्ट, 1947, के द्वारा भारत के मुस्लिम बहुल क्षेत्र में हुई। प्रादेशिकता की दृष्टि से यह दो भागों में बँटा हुआ है। दोनों भागों के बीच में 1,100 मील लंबा भारतीय क्षेत्र है। पाकिस्तान कृषिप्रधान देश है तथा यहाँ की 90 प्रतिशत जनसंख्या खेती पर निर्भर है। इसके पश्चिमी भाग को पश्चिमी पाकिस्तान तथा पूर्वी भाग को पूर्वी पाकिस्तान कहते हैं। पाकिस्तान की नवीन राजधानी इस्लामाबाद है।

1. पश्चिमी पाकिस्तान  स्थिति : 30 0 उ.अ. तथा 70 0 पू.दे.। यह पाकिस्तान का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। इसका क्षेत्रफल 3,10,403 वर्ग मील है। इसमें विभाजन के पूर्व के पंजाब का भाग, नॉर्थवेस्ट फ्रंटियर, सिंध, बलूचिस्तान, खैरपुर तथा बहावलपुर रियासतें, बलूचिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र, आदिवासी क्षेत्र तथा उत्तर-पश्चिमी भाग शामिल हैं। इन सब का एकीकरण 14 अक्टूबर, 1955 ई. को हुआ था। इसके उत्तर-पश्चिम एवं पश्चिम में ईरान तथा अफगानिस्तान, पूर्व तथा दक्षिण-पूर्व में भारत तथा दक्षिण में अरब सागर है।

कृषि  पश्चिमी पाकिसतान का बहुत बड़ा भाग पहाड़ी है। उत्तर-पश्चिमी भाग ऊबड़ खाबड़ है, इसमें पर्वत की श्रृंखलाएँ फैली हुई हैं अत: यह भाग कृषि की दृष्टि से अनुपयुक्त है। इसका शेष भाग उपजाऊ है जिसमें यहाँ की पाँच बड़ी बड़ी नदियों तथा उनकी सहायक नदियों से सिंचाई की जाती है। सिंध, चनाव, जेहलम, रावी सतलुज यहाँ की प्रमुख नदियाँ है तथा कृषि पूर्ण रूप से सिंचाई पर ही निर्भर है। जनसंख्या का बहुत बड़ा भाग कृषि में लगा है। गेहूँ यहाँ की सबसे प्रमुख फसल है। इसके अतिरिक्त कपास, जौ, गन्ना, ज्वार, बाजरा, चावल, मक्का तथा चारा भी पैदा किया जाता हैं। क्वेटा एवं कलात मंडलों (डिविजन) में फल तथा खजूर का उत्पादन अधिक किया जाता है।

खनिज  यहाँ पर थोड़ी मात्रा में खनिज भी मिलते हैं। वोलन दर्रे में सिंध-पिशिन रेलमार्ग पर स्थित शेरिघ (Sharigh) तथा हारनाई में कोयले की खुदाई का काम होता है। कोयला क्वेटा-पिशिन जिलों में सोर रेंज (Sor Range) में भी मिलता है। हिंदू बाग के निकट झोब (Zhob) में क्रोमाइट मिलता है। सिबी जिले में जिप्सम मिलता है। तथा काशाबाग में लोहा एव सुई (Sui) में प्राकृतिक गैस मिलती है। कुछ मात्रा में चूने का पत्थर भी मिलता है।

उद्योग  उद्योगों में यहाँ के लगभग 10 प्रतिशत लोग संलग्न हैं। यहाँ ऊनी तथा सूती कपड़ा उद्योग प्रमुख है। नवीन उद्योगों में सोडियम सिलिकेट, चॉकलेट, चर्म सफाई तथा पेंट वार्निश के स्थान प्रमुख हैं। यहाँ निर्यात के लिए कसीदाकारी से युक्त सामान तथा सुंदर बरतन भी बनाए जाते हैं। यहाँ से बड़ी मात्रा में कच्चा चमड़ा, धान तथा गेहूँ का निर्यात किया जाता है। यहाँ मत्स्य उद्योग में भी काफी लोग लगे हैं।

यातायात  यहाँ लगभग 42,000 मील लंबी सड़कें हैं जिनमें से 1963 ई. में 9,820 मील तक पक्की सड़कें थीं। यहाँ उत्तर-पश्चिम रेलवे अपनी सेवाएँ प्रदान करती है। इस रेलमार्ग की लंबाई 5,334 मील है। कराची जलयातायात का सबसे बड़ा केंद्र है। वायुमार्गों में यहाँ दो मार्ग प्रमुख हैं।

जनसंख्या एवं भाषा  यहाँ की जनसंख्या 4,29,78,000 (1961) थी। यहाँ की जनसंख्या का औसत घनत्व 138 मनुष्य प्रति वर्ग मील था। यहाँ के प्रमुख नगर कराची (19,12,598), लाहौर (12,96,477), हैदराबाद (4,34,537), लायलपुर (4,25,248), मुल्तान (3,58,201), रावलपिंडी (3,40,175), पेशावर (2,18,691), गुजरानवाला (1,96,152), तथा सियालकोट (1,64,346) हैं। यहाँ की राष्ट्रीय भाषा उर्दू है जो 72 प्रतिशत लोगों की भाषा है। इसके अलावा यहाँ पंजाबी, पश्तो, सिंधी भाषाएँ भी बोली जाती हैं। यहाँ 97.2 प्रतिशत लोग इसलाम धर्म का मानते हैं।

जलवायु  शीत ऋतु में यहाँ की जलवायु ठंडी तथा शुष्क रहती है। इसी ऋतु में कराची में सबसे अधिक वर्षा भी होती है। गर्मी अप्रैल से जून तथा पड़ती है तथा गर्मी में ताप 49 सें. तक रहता है। जुलाई तथा सितंबर के मध्य मानसून से नदियों की घाटियों में 15 इंच तक वर्षा होती है। उत्तरी भागों में 60 इंच तक वर्षा होती है।

जीवजंतु तथा वनस्पति  यहाँ पर पालतू पशुओं में भैंस, भेड़, ऊँट, गधे और घोड़े हैं और जंगली पशुओं में हरिण, सूअर, भालू, मिलते हैं। नदियों में मगर एवं मछलियाँ मिलती हैं। दक्षिण में झाड़ियाँ तथा कुछ छिटके हुए पेड़ मिलते हैं तथा उत्तर में देवदारु और बलूत के पेड़ पाए जाते हैं।

2. पूर्वी पाकिस्तान  स्थिति : 24 0 उ.अ. तथा 90 0 पू.दे.। यह पाकिस्तान का दूसरा भाग है जो भारत के पूर्व में स्थित है। इसका क्षेत्रफल 55,126 वर्ग मील है। इसके पश्चिम, पूर्व तथा उत्तर में भारत, दक्षिण-पूर्व में बर्मा तथा दक्षिण में बंगाल की खाड़ी है। यहाँ बड़ी संख्या में नदी घाटियाँ तथा डेल्टा हैं। ब्रह्मपुत्र नदी का डेल्टा सबसे बड़ा है। यहाँ का कोई भाग सागर तल से 500 फुट से अधिक ऊंचा नहीं है। यहाँ की मिट्टी जलोढ़ है।

कृषि  यह भाग कृषिप्रधान है। 82 प्रति शत लोग कृषि में लगे हैं। धान सबसे प्रमुख उपज है। विश्व का 76 प्रतिशत कच्चा जूट यहीं से प्राप्त होता है। अन्य उपजों में चना, चाय, गेहूँ आदि हैं।

उद्योग  यहाँ पर सूती कपड़ा उद्योग, चीनी उद्योग, दियासलाई, काच, हौजरी, कागज, जूट, ऐल्यूमिनियम, सीमेंट, अखबारी कागज, खाद, जलयान बनाना आदि उद्योग हैं।

यातायात  सड़कों का प्रसार बहुत ही कम है। विभाजन के बाद लगभग 2,000 मील लंबी सड़कों का निर्माण किया गया है। जल यातायात में काफी प्रगति हुई है। गंगा, ब्रह्मपुत्र तथा मेघना नदियाँ यातायात का प्रमुख साधन हैं।

जनसंख्या एवं भाषा  पूरे देश की जनसंख्या 5,08,53,721 (1961) थी तथा जनसंख्या का घनत्व 922 व्यक्ति प्रति वर्ग मील है। प्रमुख नगर ढाका (राजधानी 5,56,712), चिटगाँव (3,64,205), नारायणगंज (1,62,054) तथा खुलना (1,27,970) है। यहाँ की प्रमुख भाषा बँगला है। इसलाम धर्म यहाँ प्रधान है।

जलवायु  यहाँ सालभर जलवयु गरम एवं आर्द्र रहती है। गरमी में 100 इंच तक वर्षा होती है। कुल वार्षिक वर्षा 70 इंच से 400 इंच के मध्य रहती है। यह वर्षा यहाँ की धान की उपज में सहायक है।

जीवजंतु  यहाँ हाथी, चीते, इत्यादि मिलते हैं। बैल, भैंस तथा बकरी यहाँ के पालतू पशु है।

इतिहास  20वीं शती के प्रारंभ में जब भारत में अंग्रेजी शासन के विरुद्ध राष्ट्रीय भावना त्वरित गति से बढ़ने लगी, तब स्वाधीनता आंदोलन के दौरान सांप्रदायिकतावादी प्रवृत्तियों ने भी जोर पकड़ना शुरू किया, और मुस्लिम संगठन के रूप में मुहम्मद अली जिना के नेतृत्व में 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना हुई। इसी मुस्लिम लीग को आगे चलकर पाकिस्तान की स्थापना का श्रेय मिला। 1930 में इस्लामी चेतना के अग्रदूत, कवि और दार्शनिक मुहम्मद इकबाल ने स्वतंत्र मुस्लिम राज्य की कल्पना की। 1940 में मुस्लिम लीग ने राजनीतिक लक्ष्य के रूप में इस भावना को अपना लिया। गांधी जी ने इसके विपरीत भारत के सभी हिंदुओं और मुसलमानों से एकताबद्ध होकर एक ही सम्मिलित राज्य स्थापित करने की अपील की। निस्संदेह कुछ मुसलमानों ने इस अपील का स्वागत किया, किंतु उनकी एक बड़ी संख्या इससे अप्रभावित नही। मुहम्मद अली जिना ने, जो अपने राजनीतिक जीवन के आंरभिक दिनों में राष्ट्रीय कांग्रेस में रह चुके थे, स्वतंत्र मुस्लिम राज्य स्थापित करन का आंदोलन अपनी पूरी शक्ति से छेड़ दिया। सत्ताधिकारियों और राजनेताओं ने भी इस तरह उनके पक्ष का समर्थन किया कि अंततोगत्वा देश का विभाजन अनिवार्य हो गया। कायदे आजम जिना ही स्वतंत्र पाकिस्तान के प्रथम गवर्नर बने। पाकिस्तान बनने के कुछ समय बाद ही उनकी मृत्यु हो गई।

शासन  1956 में स्वीकृत संविधान द्वारा पाकिस्तान का संघीय गणतंत्र, इस्लामी गणतंत्र घोषित हुआ। अक्टूबर 1958 में राजनीतिक गड़बड़ियों के कारण तत्कालीन राष्ट्रपति इस्कंदर मिर्जा ने संविधान समाप्त करके संसद भंग कर दी। सेना के कमांडर मुहम्मद अयूब खाँ ने मिर्जा से सत्ता हस्तगत कर ली। फरवरी, 1960 में स्थानीय कौंसिलों के 80 हजार सदस्यों ने बहुमत से अयूब खाँ को पाँच वर्ष के लिए राष्ट्रपति निर्वाचित किया। राष्ट्रपति द्वारा स्थापित संविधान समिति ने मार्च, 62 में नया संविधान प्रस्तुत किया।

नए संविधान के अनुसार पाकिस्तान दो भागों, पूर्वी और पश्चिमी, का संघीय गणतंत्र घोषित हुआ। इस संविधान ने राष्ट्रपति को सेना के नियंत्रण, मंत्रिमंडल के चयन, प्रांतीय गवर्नर नियुक्त करने आदि के अनेक विधायक अधिकार प्रदान किए हैं।(रमेशचंद्र दुबे)

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संदर्भ
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