पानी के ओवरडोज से बचें!

Submitted by Hindi on Tue, 08/30/2011 - 18:28
अरशाना अजमत
ज्यादा पानी पीना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेहज्यादा पानी पीना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेहलाइफस्टाइल मैगजीन, ब्लॉग और कॉलम के जरिए पानी के फायदों का इतना प्रचार किया गया कि लोग भूल गये कि सीमा के बाहर किसी भी चीज का सेवन नुकसानदेह हो सकता है। पानी का भी। पानी के फायदे अपनी जगह, मगर यह भी सच है कि जरूरत से ज्यादा पानी पीना सेहत के लिये नुकसानदेह हो सकता है। इससे किडनी और दिल पर प्रेशर पड़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि पानी की इतनी पब्लिसिटी उस समय की गई थी, जब लोग फिटनेस फ्रीक नहीं थे। फल नहीं खाते थे। जूस और ग्रीन टी का चलन नहीं था। ये सारी चीजें शरीर में पानी का लेवल बनाए रखती हैं। अगर कोई व्यक्ति इन चीजों का सेवन कर रहा है तो उसे प्यास से ज्यादा पानी पीने की जरूरत नहीं है। एक दिन में कितना पानी पीते हैं आप? शायद आठ से दस गिलास या इससे भी ज्यादा। हो सकता है पानी की बोतल भी साथ रखते हों। मिसेज शर्मा को तो आदत है हर पांच मिनट में एक सिप पानी पीने की। मिसेज शर्मा जैसे कई लोग हैं, जो दिन भर पानी से गला तर करते रहते हैं। कारण कई सारे हैं..किसी को लगता है कि पानी पीने से वजन घटता है। कोई खूबसूरत स्किन की खातिर पानी पीता है। ऐसा नहीं है कि पानी की बाबत मशहूर ये सारे फायदे सच नहीं हैं, लेकिन एक सच यह भी है कि जरूरत से ज्यादा पानी पीना हमारे लिये नुकसानदेह भी है।

ज्यादातर लोग केवल पानी के फायदों से वाकिफ होते हैं। जरूरत से ज्यादा पानी कितना नुकसानदेह हो सकता है, ये कम ही लोग जानते हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि अगर इंसान जरूरत से ज्यादा पानी पीता है तो उसकी किडनी पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है, जो गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के किडनी एक्सपर्ट डॉक्टर स्टेनले गोल्डफैर्ब एक वेबसाइट में लिखते हैं कि जरूरत से ज्यादा पानी पीने से किडनी को अपनी क्षमता से ज्यादा काम करना पड़ता है। वह आगे लिखते हैं कि व्यक्ति को एक दिन में 10 गिलास या 1 लीटर पानी जरूर पीना चाहिये ऐसी सलाह कहां से आई है, इसका किसी को पता नहीं है। इस सलाह का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। आयुर्वेद भी डॉक्टर गोल्डफैर्ब की बात से सहमत है। वेदांत आयुर्वेद-हर्बल ट्रीटमेंट एण्ड पंचकर्म सेंटर के एमडी डॉक्टर राम निवास पराशर कहते हैं कि आदमी का शरीर 70 प्रतिशत पानी से बना होता है, इसलिये उसे अतिरिक्त पानी की बहुत ज्यादा जरूरत नहीं होती। उसे केवल उतना पानी ही पीना चाहिये, जितने की प्यास हो।

वेलनेस एक्सपर्ट डॉक्टर इशी खोसला तो मानती हैं कि जरूरत से ज्यादा पानी पीने से हार्ट फेल होने का खतरा भी रहता है। दरअसल पिछले कुछेक साल में पानी का इतना प्रचार किया गया है कि हर व्यक्ति पानी को हेल्थ टॉनिक समझने लगा है। उसे लगता है कि सेहत की सारी समस्याओं का समाधान इस बात में छुपा है कि ढेर सारा पानी रोज पिया जाये। इशी खोसला पानी के फायदों से इंकार नहीं करतीं। वह मानती हैं कि वाकई पानी जिंदगी के लिये सबसे जरूरी चीज है। मगर वह भी मानती हैं कि कितना पानी पीना चाहिये, इस बाबत लोगों में कंफ्यूजन की स्थिति है। दरअसल लोग समझते हैं कि जब पानी पीने की बात की जाती है तो हेल्थ एक्सपर्ट का मतलब शुद्ध सामान्य पानी से होता है, जबकि सच यह है कि हेल्थ एक्सपर्ट का मतलब पानी की उस मात्रा से होता है, जिसे हम समग्र रूप में रोज लेते हैं, जो खाने की अलग-अलग चीजों के जरिये भी हमारे शरीर में जाता है। योग गुरु सुनील सिंह बताते हैं कि सब्जी से लेकर फल तक हर चीज में पानी का अंश होता है। ये अंश भी हमारी सेहत पर वही असर करता है, जो पानी अपने शुद्ध रूप में करता है। सुनील बताते हैं कि मूली और मूली जैसी कई सब्जियों में 90 प्रतिशत पानी होता है। इसी तरह से खरबूजे और तरबूज में भी भारी मात्रा में पानी पाया जाता है।

अगर लोग इन चीजों का रोजाना सेवन करते हैं तो अपने आप पर्याप्त मात्र में शरीर में पानी पहुंच जाता है। सुनील और इशी दोनों इस बात से सहमत हैं कि चाय और चाय जैसे दूसरे तरल पदार्थों के जरिए जो पानी हमारे शरीर में जाता है, वह भी फायदेमंद होता है। सुनील समझाते हैं कि जापान में ज्यादातर लोग रोज 18 गिलास ग्रीन टी पीते हैं और जापानियों की स्किन को संसार में सबसे अच्छी स्किन माना जाता है। इसी तरह से चीन वासियों की स्किन को भी काफी सुंदर माना जाता है, क्योंकि उनकी स्किन में भी कोई दाग या धब्बा नहीं होता। चीनवासी चावल खूब खाते हैं, जिसमें पानी की अच्छी मात्र होती है। यानी चाय और चावल के जरिये जो पानी हमारे अंदर जाता है, वह भी हमारे लिये फायदेमंद होता है। जो लोग इस तरह से पानी लेते हैं, उन्हें अलग से ज्यादा पानी पीने पर जोर नहीं देना चाहिये। चूंकि थोड़े समय तक लोग फिटनेस फ्रीक नहीं थे। फल, सब्जी या जूस का सेवन भी कम करते थे, इसलिये पानी पीने पर जोर दिया जाता था, ताकि कम से कम पानी तो शरीर में जाये। लेकिन आज जब लोग ऐसी चीजों का सेवन कर रहे हैं, जिनके जरिये पानी शरीर में जाता है तो पानी का अतिरिक्त सेवन करने की खास जरूरत नहीं है। यह भी ध्यान रखना चाहिये कि पानी पीने से हम केवल पानी के फायदे हासिल करते हैं, जबकि अगर हम फल या जूस पीते हैं तो न सिर्फ पानी की मात्रा हमें मिलती है, बल्कि दूसरे पौष्टिक तत्व भी शरीर में जाते हैं।

जरूरत से ज्यादा पानी तो नहीं पी रहे आप?


अगर आप टीवी, रेडियो या मैगजीन पढ़ कर अपने लिये पानी की मात्रा तय करते हैं तो शायद एक दिन में 18 गिलास या 2 लीटर पानी पीते होंगे। आप सोचते होंगे कि हेल्थ एक्सपर्ट इतने ही पानी की सलाह देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हेल्थ एक्सपर्ट पानी की उस समग्र मात्र की बात करते हैं, जिसका सेवन हम रोज करते हैं। मसलन सब्जियों और फलों के जरिये लिया जाने वाला पानी, ग्रीन टी और चावल के जरिये मिलने वाला पानी, दूध के जरिये मिलने वाला पानी। इसके बाद प्यास महसूस होने पर शुद्ध पानी। अब जरा सोचिये, अगर आप ऐसा भोजन भी करते हैं, जिसमें पानी की अच्छी मात्रा है और उसके ऊपर से 18 गिलास या 2 लीटर पानी भी पीते हैं तो जाहिर है कि आपके शरीर में पानी की ओवरडोज जा रही है। चूंकि थोड़े समय पहले तक लोग फिटनेस फ्रीक नहीं थे, फल, सब्जी या जूस का सेवन भी कम करते थे, इसलिये पानी पीने पर जोर दिया जाता था, ताकि सही मात्रा में पानी शरीर में जाये। लेकिन आज जब लोग ऐसी चीजों का सेवन कर रहे हैं, जिनके जरिये पानी शरीर में जाता है तो पानी का अतिरिक्त सेवन करने की खास जरूरत नहीं है। हम रोजाना जो चीजें खाते हैं, उनमें भी पानी की पर्याप्त मात्र होती है। मसलन 100 ग्राम सेब में 84.5 ग्राम पानी होता है। 100 ग्राम अंगूर में 81.8 ग्राम पानी होता है। 85 ग्राम स्वीट कॉर्न में 59.42 ग्राम पानी होता है। 220 ग्राम टमाटर के सूप में 185.24 ग्राम पानी होता है। 100 ग्राम आम में 84 ग्राम पानी होता है। दही और लहसुन में भी पर्याप्त मात्रा में पानी होता है। जूस, चाय या दूध, लीची, गाजर, मुनक्का, खजूर, शलजम में भी पानी होता है।

उतना ही पानी पीना चाहिये, जितनी प्यास हो


डॉक्टर राम निवास पराशर सलाह देते हैं कि चूंकि आज आदमी की डायट में एक बड़ी मात्रा पानी की होती है, इसलिये व्यक्ति को उतना ही पानी पीना चाहिये, जितने की प्यास हो।

ज्यादा पानी के नुकसान


किडनी पर पड़ता है ज्यादा प्रेशर
हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि जरूरत से ज्यादा पानी पीने से हमारी किडनी पर ज्यादा प्रेशर पड़ सकता है, जो नुकसानदेह है।

दिल के लिये भी नुकसानदेह
वेलनेस एक्सपर्ट इशी खोसला कहती हैं कि जरूरत से ज्यादा पानी पीने से हमारे दिल को भी खतरा हो सकता है।

मुश्किल से पचता है खाना
जरूरत से ज्यादा पानी पीने से हमारे शरीर में मौजूद वह रस काम करना बंद कर देते हैं, जिनसे खाना पचता है। लिहाजा खाना देर से पचने लगता है। कई बार खाना ठीक से पच भी नहीं पाता।

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विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)




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संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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