जल राशि की सुन्दर कलाकृति और मधुर संगीत उत्पन्न करने वाला, आत्मा को आनंद और मन को शांति प्रदान करने वाला, वृक्षों की हरीतिमा से घिरा हुआ रीवा से 48 किलोमीटर दूर सिरमौर तहसील में स्थित पुरवा एक अवलोकनीय जलप्रपात है।
यह प्रपात बीहर नदी द्वारा निर्मित है। इसकी गहराई 60 मीटर है। यह प्रपात सीढ़ीनुमा स्थानों से होकर सतत प्रवाहित होता है। इसका क्षेत्रफल भी अन्य प्रपातों की भांति ही है। अन्य प्रपातों की तुलनात्मक दृष्टि से केवल इसकी गहराई कम है। चचाई से इसकी दूरी नजदीक होने के कारण इसे चचाई से एक ग्रिड से जोड़ने की योजना है।
पुरवा प्रपात का निर्माण करती हुई बीहर नदी आगे चलकर टमस नदी में मिलकर एकाकार हो जाती है और टमस आगे प्रवाहित होकर गंगा में विलीन हो जाती है और अपना अस्तित्व समाप्त कर देती है। टमस जहाँ गंगा में मिलती है उस स्थान को पनासा कहा जाता है।
यह प्रपात बीहर नदी द्वारा निर्मित है। इसकी गहराई 60 मीटर है। यह प्रपात सीढ़ीनुमा स्थानों से होकर सतत प्रवाहित होता है। इसका क्षेत्रफल भी अन्य प्रपातों की भांति ही है। अन्य प्रपातों की तुलनात्मक दृष्टि से केवल इसकी गहराई कम है। चचाई से इसकी दूरी नजदीक होने के कारण इसे चचाई से एक ग्रिड से जोड़ने की योजना है।
पुरवा प्रपात का निर्माण करती हुई बीहर नदी आगे चलकर टमस नदी में मिलकर एकाकार हो जाती है और टमस आगे प्रवाहित होकर गंगा में विलीन हो जाती है और अपना अस्तित्व समाप्त कर देती है। टमस जहाँ गंगा में मिलती है उस स्थान को पनासा कहा जाता है।