राकेशजी पत्रकारिता के खुले आकाश में विचरण करने वाले ऐसे पंछी हैं, जिनकी अपनी एक विशिष्ट सोच है। उनका हाव-भाव और व्यवहार जन्मजात विद्रोही है। सच की तलाश और अन्याय का विकट प्रतिकार उनकी रग-रग में दौडता है। और इसी लिहाज से उनका जीवन खुद में अद्भुत विशेषताएं संजोए है।
मूलत: वाराणसी के रहने वाले राकेशजी ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मैनेजमेंट और जर्नलिज्म, दो विषयों में पोस्टग्रेजुएट डिग्रियां हासिल की है। वे जेनरल मैनेजमेंट में पीएच.डी. और जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में एम.फिल. उपाधि प्राप्त शोध अध्येता रह चुके हैं। टीवी पत्रकारिता, रेडियो पत्रकारिता और प्रोडक्शन इन तीनों विधाओं में बकायदा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले राकेशजी ने काशी में विश्व संवाद केंद्र और हिंदुस्थान समाचार के सहसंपादक के नाते कार्य किया। इसके पश्चात् राष्ट्रवादी साप्ताहिक पत्र पांचजन्य के संपादकीय विभाग से जुडे। संप्रति राकेशजी ऑनलाइन और विडियो प्रोडक्शन हाउस से संबंधित एक विशेष प्रोजेक्ट का संपादकीय दृष्टि से मार्गदर्शन कर रहे हैं।
rakesh.varanasi@gmail.com
मूलत: वाराणसी के रहने वाले राकेशजी ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मैनेजमेंट और जर्नलिज्म, दो विषयों में पोस्टग्रेजुएट डिग्रियां हासिल की है। वे जेनरल मैनेजमेंट में पीएच.डी. और जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में एम.फिल. उपाधि प्राप्त शोध अध्येता रह चुके हैं। टीवी पत्रकारिता, रेडियो पत्रकारिता और प्रोडक्शन इन तीनों विधाओं में बकायदा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले राकेशजी ने काशी में विश्व संवाद केंद्र और हिंदुस्थान समाचार के सहसंपादक के नाते कार्य किया। इसके पश्चात् राष्ट्रवादी साप्ताहिक पत्र पांचजन्य के संपादकीय विभाग से जुडे। संप्रति राकेशजी ऑनलाइन और विडियो प्रोडक्शन हाउस से संबंधित एक विशेष प्रोजेक्ट का संपादकीय दृष्टि से मार्गदर्शन कर रहे हैं।
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