श्री रवीन्द्र कुमार पाठक गया, बिहार में प्राध्यापक हैं और अपने क्षेत्र की ढाई हजार बरस पुरानी, लेकिन आज भी काम आ रही आहर-पइन नामक सिंचाई व्यवस्था को निखारने के लिए ‘मगध जल जमात’ नामक संगठन के साथ जुड़े हैं। Show comments