निर्मुक्त खनिजः
मैग्मा के क्रिस्टलन के दौरान उसकी किसी पूर्व प्रावस्था का उसके द्रव के साथ अभिक्रिया करने में असमर्थ होने के परिणामस्वरूप निर्मित खनिज। इस प्रकार पूर्व निर्मित ऑलिवीन जब मैग्मा के द्रव भाग से अभिक्रिया करने में असफल होकर पाइरॉक्सीन का निर्माण नहीं कर पाता तो उसके परिणामस्वरूप द्रव सिलिका से समृद्ध हो जाता है जो अन्ततोगत्वा क्रिस्टलित होकर क्वार्टज़ निर्मित कर देता है जिसे निर्मुक्त खनिज की संज्ञा दी जाती है।