सावन मास बहै पुरवाई

Submitted by Hindi on Sat, 03/20/2010 - 14:58
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घाघ और भड्डरी

सावन मास बहै पुरवाई।
बरधा बेंचि बेसाहो गाई।।


भावार्थ- जब श्रावण मास में पुरवाई चले तो कृषक को चाहिए कि वह अपने बैलों को बेचकर गाय खरीद ले क्योंकि सूखा पड़ने के आसार हैं जिसमें खेती नहीं हो सकेगी।