सावन पछुवाँ दिन दुइ चार

Submitted by Hindi on Fri, 03/19/2010 - 12:55
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घाघ और भड्डरी

सावन पछुवाँ दिन दुइ चार।
चुल्ही के पाछा उपजै सार।।


भावार्थ- सावन में दो चार दिन भी पछुवा हवा बहेगी तो समझो पानी अच्छा बरसेगा और चूल्हे के पीछे की धरती भी अन्न उपजायेगी।