संवहनीय वर्षा क्या होती है
संवहनी वर्षा - (स्त्री.) (तत्.) - विषुवतीय प्रदेशों में प्राय: प्रतिदिन होने वाली वर्षा टि. सूर्य की सीधी किरणें वातावरण की नमी को सोख लेती हैं और संवहन के माध्यम से उसे ऊँचाई तक पहुँचा देती हैं। यही नमी ठंडी होकर वर्षा का रूप ले लेती है। माध्यम संवहन होने के कारण इसे ‘संवहनी वर्षा’ कहते हैं। अनुकूल परिस्थिति होने पर पृथ्वी के अन्य भागों में भी यह वर्षा हो सकती है। convectional rain